कुछ - कुछ होता है दिल में, मेरी उलझन को सुलझा दो ।
कहते किसे हैं प्यार मुझे, प्यार का मतलब समझा दो ।।
अब तुम छोड़ो रीति रिवाज़, अपना होता नहीं है समाज ।
तुम मुझसे मिलने आ जाओ, सारी दुनियाँ को ठुकरा दो।।
मुझे रब के दर्शन करने का शौक नहीं है बिल्कुल ।
मेरे यार में रब दिखता है मुझे यार के दर्श करा दो ।।
कहीं ऐसा न हो कि फ़िर देर बहुत हो जाये ।
करते हो जो प्यार मुझे तो जल्दी से अपना लो ।।
मुझे याद नहीं है कब से हम हँसना भूल गए ।
पहले के जैसा मुझे फिर से तुम हँसा दो ।।
तुम भी करते प्यार मुझे एक बार तो कह दो ।
मेरी खुशियाँ वापस कर दो मेरा चैन भी लौटा दो ।।
आज तक तुमको मैं समझ नहीं पाया हूँ ।
तुम मेरी कौन लगती हो असली बात बता दो ।।
कहते किसे हैं प्यार मुझे, प्यार का मतलब समझा दो ।।
अब तुम छोड़ो रीति रिवाज़, अपना होता नहीं है समाज ।
तुम मुझसे मिलने आ जाओ, सारी दुनियाँ को ठुकरा दो।।
मुझे रब के दर्शन करने का शौक नहीं है बिल्कुल ।
मेरे यार में रब दिखता है मुझे यार के दर्श करा दो ।।
कहीं ऐसा न हो कि फ़िर देर बहुत हो जाये ।
करते हो जो प्यार मुझे तो जल्दी से अपना लो ।।
मुझे याद नहीं है कब से हम हँसना भूल गए ।
पहले के जैसा मुझे फिर से तुम हँसा दो ।।
तुम भी करते प्यार मुझे एक बार तो कह दो ।
मेरी खुशियाँ वापस कर दो मेरा चैन भी लौटा दो ।।
आज तक तुमको मैं समझ नहीं पाया हूँ ।
तुम मेरी कौन लगती हो असली बात बता दो ।।
बहुत ही सुंदर रचना की प्रस्तुति। लगातार लिखते रहें अौर अपने ब्लाग को एडसेंस से सुसज्जित करें।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंआपको जन्मदिन की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं!