बड़ा ख़ुश ख़्वाब में था वो।
गया जिस आब में था वो।।
उसका वो हाल चाहिए।
मुझे मेरा लाल चाहिए।
मेरी छोटी सी है माँग।
अब कौन भरेगा माँग?
माथे का ढाल चाहिए।
मुझे मेरा लाल चाहिए।
किसी के कंधे न आये ।
वो खुद चलकर के आये।।
मस्तानी वो चाल चाहिए।
मुझे मेरा लाल चाहिए।
बेटे का स्वेटर माँ जो नाप रही थी।
सुनकर के ख़बर आज वो काँप रही थी।।
माँ का वो शाल चाहिए।
मुझे मेरा लाल चाहिए।
जख़्म दिए हैं जिसने हिंदुस्तान को।
सबक सिखा दो घटिया पाकिस्तान को।।
बदला इसी साल चाहिए।
मुझे मेरा लाल चाहिए।
पुलवामा में आतंकी हमले में हुए शहीदों को हृदय से श्रदांजलि ।
गया जिस आब में था वो।।
उसका वो हाल चाहिए।
मुझे मेरा लाल चाहिए।
मेरी छोटी सी है माँग।
अब कौन भरेगा माँग?
माथे का ढाल चाहिए।
मुझे मेरा लाल चाहिए।
किसी के कंधे न आये ।
वो खुद चलकर के आये।।
मस्तानी वो चाल चाहिए।
मुझे मेरा लाल चाहिए।
बेटे का स्वेटर माँ जो नाप रही थी।
सुनकर के ख़बर आज वो काँप रही थी।।
माँ का वो शाल चाहिए।
मुझे मेरा लाल चाहिए।
जख़्म दिए हैं जिसने हिंदुस्तान को।
सबक सिखा दो घटिया पाकिस्तान को।।
बदला इसी साल चाहिए।
मुझे मेरा लाल चाहिए।
पुलवामा में आतंकी हमले में हुए शहीदों को हृदय से श्रदांजलि ।