बेवफा भी वफ़ा के कद्रदान हो जाते हैं ।
मोहब्बत में शैतान भी इंसान हो जाते हैं ।।
गरीबों के दर्द को एहसास करके देखो ।
गरीबों के लिए दाता भगवान हो जाते हैं ।।
जो सपनें कभी पूरे हो नहीं सकते ।
अक्सर वो ज़िन्दगी के अरमान हो जाते ।।
जिनको हमेसा हम अपना समझते हैं ।
वो किस्मत के रुठने पर अन्जान हो जाते हैं ।।
कठिनाइयों को पार करके जो पाते हैं मंज़िल ।
वो यात्री नहीं फाहियान हो जाते हैं ।।
तू ऐतबार करता है जिस पर भी 'सागर' ।
वो भूल कर ईमान बेईमान हो जाते हैं ।।
कमेंट करने के लिए हार्दिक धन्यवाद। आपने ब्लॉगप्रहरी के बारे में जो जानकारी दी उसके लिए हम आपके शुक्रगुजार हैं।
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