क्यों दिया साथ जब साथ छोड़ना था ?
पकड़ा क्यों हाथ जब हाथ छोड़ना था ?
टूटे दिल में छुपाऊँगा कब तक ।
दिल में क्यों बस गए जब दिल तोड़ना था ?
याद तुम्हारी हमको यहाँ खींच लायी ।
क्यों बुलाया हमको जब नहीं बोलना था ?
तुमने भी किया हमसे बेपनाह प्यार था ।
क्यों किया याद जब हमें भूलना था ?
आँखों को आँसुओं का तोहफा दिया तुमने ।
इस तरह से रोने का मुझे शौक न था ।।
अच्छा है :)
जवाब देंहटाएंशुक्रिया सर जी !
जवाब देंहटाएंजो हमारी यादों में बस जाते हैं उन्हें कभी नहीं भुलाया जा सकता है ..
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
कविता जी ! सही कहा आपने लेकिन मुझे एक बात समझ में नहीं आती कि लोग यादों के सहारे जीते हैं या यादों की वजह से जीना मुश्किल होता है।
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