गुरुवार, 1 जनवरी 2015

आज 2015 की ख़ुशी और 2014 की है कश्मकश ।

आज   2015   की   ख़ुशी  और  2014   की   है   कश्मकश ।
हँसकर शुरू करो दिन साल का  ये साल भी बीते हँस - हँस ।।
जिसके साथ वक़्त गुजारो उसे भूलना आसान कहाँ होता है ।
मुश्किल हो रहा तुझे भूलना  14  तू बसा  है मेरे नस - नस ।।

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