गहरी झील ने हमारी किया है इशारा ।
मुबारक़ हो तुमको जनम दिन तुम्हारा ।।
निकले हैं जफ्ज़ दिल से क़बूल कर लो ।
इनके सिवा दुनियाँ में कुछ नहीं हमारा ।।
भीड़ में जिसको तलाशे नज़र तुम्हारी ।
नज़रों का तुम्हारी वो बन जाये नज़ारा ।।
हँसते हुए दिल को जो रुला जाये ।
वो पल ज़िन्दगी में न आये दुबारा ।।
भूल कर उनको कभी न रुलाना ।
तुम हो जिनकी आँखों का तारा ।।
करके मोहब्बत हमसे नफ़रत न करना ।
तुम्हारे सिवा यहाँ कौन है हमारा ।।
मोहब्बत करें तेरी इबादत करें हम ।
तूफानों में भी तुझको मिल जाये किनारा ।।
न हो मुलाकात कभी आख़िरी ।
जुदाई के बाद मिलो तुम दुबारा ।।
टूटा जो दिल मेरा तो क्या हुआ ।
दिल के लिए तो तूँ अब भी है प्यारा ।।
मुबारक़ हो तुमको जनम दिन तुम्हारा ।।
मुबारक़ हो तुमको जनम दिन तुम्हारा ।।
निकले हैं जफ्ज़ दिल से क़बूल कर लो ।
इनके सिवा दुनियाँ में कुछ नहीं हमारा ।।
भीड़ में जिसको तलाशे नज़र तुम्हारी ।
नज़रों का तुम्हारी वो बन जाये नज़ारा ।।
हँसते हुए दिल को जो रुला जाये ।
वो पल ज़िन्दगी में न आये दुबारा ।।
भूल कर उनको कभी न रुलाना ।
तुम हो जिनकी आँखों का तारा ।।
करके मोहब्बत हमसे नफ़रत न करना ।
तुम्हारे सिवा यहाँ कौन है हमारा ।।
मोहब्बत करें तेरी इबादत करें हम ।
तूफानों में भी तुझको मिल जाये किनारा ।।
न हो मुलाकात कभी आख़िरी ।
जुदाई के बाद मिलो तुम दुबारा ।।
टूटा जो दिल मेरा तो क्या हुआ ।
दिल के लिए तो तूँ अब भी है प्यारा ।।
मुबारक़ हो तुमको जनम दिन तुम्हारा ।।
आपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (16.01.2015) को "अजनबी देश" (चर्चा अंक-1860)" पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें, चर्चा मंच पर आपका स्वागत है।
जवाब देंहटाएंबहुत - बहुत धन्यवाद आदरणीय राजेन्द्र जी !
हटाएंजनम दिन की शुभ मुबारक लाजवाब अंदाज़ में ...
जवाब देंहटाएंबहुत - बहुत धन्यवाद आदरणीय दिगंबर जी !
हटाएंबहुत सुन्दर .
जवाब देंहटाएंनई पोस्ट : फासले कब मिटा करते हैं
बहुत - बहुत धन्यवाद आदरणीय राजीव जी !
हटाएंwish you the Happy b'day ...have a grt year!!!
जवाब देंहटाएंthanku same to you
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