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बुधवार, 10 दिसंबर 2014
ज़िन्दगी में कोई इस क़दर न आये ।
ज़िन्दगी में कोई इस क़दर न आये ।
कि जाने पर ज़िन्दगी अधूरी हो जाये ।।
तुम ऐसा कुछ तो हमसे कह दो यार ।
कि मुझे तुमसे नफ़रत हो जाये ।।
3 टिप्पणियां:
कविता रावत
10 दिसंबर 2014 को 5:35 pm बजे
प्यार के बीच में नफरत का कोई काम नहीं ..
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Sangh sheel
11 दिसंबर 2014 को 7:28 pm बजे
जब प्यार दर्द देने लगे तो नफरत ज़रूरी हो जाती है।
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Unknown
6 जुलाई 2021 को 9:06 pm बजे
Nice dear
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प्यार के बीच में नफरत का कोई काम नहीं ..
जवाब देंहटाएंजब प्यार दर्द देने लगे तो नफरत ज़रूरी हो जाती है।
हटाएंNice dear
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