MERI SOCH MERI MANJIL
लेबल
ग़ज़ल
गीत / कविता
परिचय
राष्ट्रीय गीत
विज्ञान गीत
विशेष
शायरी
गुरुवार, 25 दिसंबर 2014
वो मेरा फिर से हो जाये ।
काश ! कुछ ऐसा हो जाये ।
वो मेरा फिर से हो जाये ।।
मिल जाये मुझे यार मेरा ।
चाहे सब कुछ खो जाये ।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें