तुम मुझको भूल जाओ मैं तुमको भूल जाता हूँ ।
मैं सपना समझकर तेरे वादे भूल जाता हूँ ।।
वो पूछती है जब हमसे प्यार करते हो क्या ?
मैं हर बार अपना सच क़बूल जाता हूँ ।।
हमने किसी का दिल कभी नहीं दुखाया फिर भी ।
हर कदम पे ज़िन्दगी के मैं बबूल पाता हूँ ।।
दौलत से मेरे प्यार की तुलना नहीं हो सकती ।
बेशकीमती प्यार का मैं तुमको फूल लाता हूँ ।।
उसके आने की उम्मीद में सोया नहीं करती आँखें ।
मुझको तो नींद आती जब कैप्सूल खाता हूँ ।।
असातिज़ा भी कहते क्या सोचते हो "सागर" ।
ऐसे सवाल होते मैं जब स्कूल जाता हूँ ।।
मैं सपना समझकर तेरे वादे भूल जाता हूँ ।।
वो पूछती है जब हमसे प्यार करते हो क्या ?
मैं हर बार अपना सच क़बूल जाता हूँ ।।
हमने किसी का दिल कभी नहीं दुखाया फिर भी ।
हर कदम पे ज़िन्दगी के मैं बबूल पाता हूँ ।।
दौलत से मेरे प्यार की तुलना नहीं हो सकती ।
बेशकीमती प्यार का मैं तुमको फूल लाता हूँ ।।
उसके आने की उम्मीद में सोया नहीं करती आँखें ।
मुझको तो नींद आती जब कैप्सूल खाता हूँ ।।
असातिज़ा भी कहते क्या सोचते हो "सागर" ।
ऐसे सवाल होते मैं जब स्कूल जाता हूँ ।।
दौलत से मेरे प्यार की तुलना नहीं हो सकती ।
जवाब देंहटाएंबेशकीमती प्यार का मैं तुमको फूल लाता हूँ ।।
bahut umda panktiyan