गुरुवार, 18 दिसंबर 2014

एक कोयल ने कौए से किया दोस्ती का इज़हार ।

एक   कोयल   ने   कौए  से  किया   दोस्ती   का  इज़हार ।
कौआ  कहने  लगा  एक दिन  करता हूँ  मैं  तुमसे प्यार ।।
बोली  कोयल  सुनकर इतना  मैं  भी  तो  करती  हूँ  यार ।
उनके प्यार में शिद्द्त इतनी होने लगा ज़न्नत का दीदार ।।
सोचा नहीं  एहसास प्यार  का  देगा ख़ुशियाँ  ऐसी  अपार ।
कुछ दिन बाद में हुआ ब्रेकअप समय था उनका तब बेकार ।।
कोयल  निकली  पत्थर दिल  कौए का  छोड़  दिया  संसार ।
अपना  जीवन  कौए  ने फिर  तन्हा  होकर  दिया  गुजार ।।
हसीन   इतनी   कोयल   थी  उसको   मिला   दूसरा   यार ।
मात  खायी कोयल  अब  की  चला  नहीं उसका  व्यापार ।।
जैसे   को    तैसा   मिलता    है    दुनियाँ   में   एक   बार ।
अब    की    नइया    कोयल    की   डूबी    है    मँझधार ।।
"सागर"    तुमसे    कहता    है     अपने    हाथ    पसार ।
ऐसी    लड़की    से    करना    कभी    नहीं    तुम   प्यार ।।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें